पश्चिम बंगाल में नारद घूस कांड में तृणमूल कांग्रेस के चार विधायकों की गिरफ़्तारी के बाद यह सवाल उठना लाज़िमी है कि बाकी के दो विधायकों की गिरफ़्तारी क्यों नहीं हो रही है। सीबीआई ने सोमवार को जिन्हें गिरफ़्तार किया, वे सब तृणमूल कांग्रेस के विधायक हैं, जिनमें दो राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। लेकिन इसी कांड में बीजेपी के दो विधायकों शुभेंदु अधिकारी और मुकुल राय से सीबीआई ने पूछताछ क्यों नहीं की है, उन्हें गिरफ़्तार क्यों नहीं किया है।
नारद कांड में बीजेपी के मुकुल राय, शुभेंदु अधिकारी पर कार्रवाई क्यों नहीं?
- पश्चिम बंगाल
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- 18 May, 2021
पश्चिम बंगाल में नारद घूस कांड में तृणमूल कांग्रेस के चार विधायकों की गिरफ़्तारी के बाद यह सवाल उठना लाज़िमी है कि बाकी के दो विधायकों की गिरफ़्तारी क्यों नहीं हो रही है।

बता दें कि 2016 में मैथ्यू सैमुअल नामक पत्रकार ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया। इसमें वह खुद को इमपेक्स कंसलटेन्सी सर्विसेज का प्रमुख बताते हैं, वह कहते हैं कि पश्चिम बंगाल में निवेश करना चाहते हैं। इस सिलसिले में वह सात सांसदों, चार विधायकों और एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से मदद मांगते हैं, इसके बदले में वह सबको तीन लाख रुपए या इससे थोड़ा ज़्यादा रकम बतौर घूर देते हैं। यह सबकुछ कैमरे के सामने होता है।
बाद में इसे बांग्ला टीवी चैनलों पर ऑपरेशन नारद के नाम से चलाया गया।