पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के ठीक पहले हुए 'इंडिया टुडे कनक्लेव' के मंच का फ़ायदा उठाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी, अमित शाह, उनकी सरकार और बीजेपी पर बहुत ही ज़ोरदार हमला बोला है।
उन्होंने जहाँ प्रधानमंत्री पर तानाशाही प्रवृत्ति का होने का आरोप लगाया, वहीं अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो उनके ख़िलाफ़ नंदीग्राम से चुनाव लड़ कर देखें। इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत ही नहीं, पूर्ण बहुमत हासिल करने और अब तक की सबसे ज़्यादा 221 सीटें जीतने का दावा भी किया। उसके बाद उसी मंच से अमित शाह ने ममता को क़रारा जवाब भी दिया।
अमित शाह को चुनौती
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल मई में ख़त्म होने वाला है और नए चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं। बीजेपी के साथ घात-प्रतिघात की राजनीति को नई ऊँचाई देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें 110 प्रतिशत यकीन है कि तृणमूल कांग्रेस को 221 सीटें मिलेंगी। पश्चिम बंगाल विधानसभा में 294 सीटें हैं।ममता बनर्जी ने गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोलते हुए चुनौती दी और बीजेपी से कहा कि 'उनसे कहो कि हिम्मत है तो मेरे ख़िलाफ़ नंदीग्राम से चुनाव लड़े।'
प्रधानमंत्री पर हमला
बता दें कि बीजेपी ने ममता सरकार के मंत्री शुभेंदु अधिकारी को अपनी ओर मिला लिया है जो नंदीग्राम के हैं। इसके बाद ममता बनर्जी ने खुद नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
लेकिन सबसे ज़्यादा तीखा हमला ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी पर किया। उन्होंने कहा, "मैंने ऐसी सरकार नहीं देखी है, दो लोग मिल कर देश चलाते हैं और सबसे कहते हैं कि वे जो कहेंगे, सबको वही करना होगा।"
मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में कभी भी जाति या संप्रदाय की राजनीति नहीं हुई, पर अब बीजेपी वहां वही कर रही है, उसने हिन्दू-मुसलमानों को लड़ा दिया है।
उन्होंने कहा,
“
बीजेपी को पता है कि वह विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं जीत सकती, इसलिए वह गुंडागर्दी पर उतर आई है, वह लोगों को आयकर, ईडी और सीबीआई के छापों के नाम पर डरा रही है।"
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल
'जय श्री राम' पर क्या कहा?
उन्होंने चुनाव को देखते हुए अपनी सरकार का गुणगान भी किया और कहा कि राज्य की 99 प्रतिशत जनता राज्य सरकार की किसी न किसी स्कीम से लाभान्वित होती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की जनता के साथ खड़ी है और जनता के लिए ही काम करती है।
ममता बनर्जी ने 'जय श्री राम' के नारे पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि किसी सरकारी कार्यक्रम में पार्टी का नारा नहीं लगना चाहिए, यह नारा ऐसा नहीं होना चाहिए जिससे नेताजी की अवमानना हो।
बता दें कि 23 जनवरी को कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वी जयंती के मौके पर आयोजित केंद्र सरकार के कार्यक्रम में ज्योंही ममता बोलने को खड़ी हुईं, बीजेपी के लोगों ने 'जय श्री राम' का नारा लगाना शुरू कर दिया। वहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे, पर उन्होंने अपने समर्थकों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की।
अमित शाह का जवाब
इसके बाद उसी मंच से अमित शाह ने तुर्की ब तुर्की जवाब दिया। उन्होंने ममता बनर्जी के दावों को ख़ारिज करते हुए कहा कि बीजेपी राज्य विधानसभा चुनाव में कम से कम 200 सीटें जीतेंगी।
उन्होंने 'जय श्री राम' के नारे को एक बार फिर उछाला।
देश के गृह मंत्री ने कहा कि जय श्री राम का नारा संस्कृति से जुड़ा हुआ है, यह चुनाव से जुड़ा हुआ नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि आख़िर ममता बनर्जी 'जय श्री राम' के नार से क्यों चिढ़ जाती हैं।
अमित शाह ने कहा कि चुनाव सिर्फ विकास के मुद्दे पर नही लड़ा जाएगा, इसमें संस्कृति का मुद्दा भी उठाया जाएगा।
उन्होंने राज्य में हो रही परिवर्तन यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि यह सरकार बदलने के लिए नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल को बदलने के लिए की जा रही है।
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