ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी लगातार सवाल पूछ रही है कि आख़िर पश्चिम बंगाल में उपचुनाव कब होगा। टीएमसी ने बंगाल चुनाव में बीजेपी को हरा दिया था लेकिन ममता ख़ुद नंदीग्राम सीट से चुनाव हार गई थीं। ममता को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए शपथ लेने की तारीख़ से छह महीने के अंदर विधायक का चुनाव जीतना ज़रूरी है।
पश्चिम बंगाल में उपचुनाव क्यों नहीं करा रहा है चुनाव आयोग?
- पश्चिम बंगाल
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- 7 Aug, 2021
ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी लगातार सवाल पूछ रही है कि आख़िर पश्चिम बंगाल में उपचुनाव कब होगा।

हार के बाद भी टीएमसी के विधायक दल ने ममता बनर्जी को ही नेता चुना था। ममता ने 5 मई, 2021 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 5 मई से छह माह का तय वक़्त 5 नवंबर को ख़त्म हो जाएगा। ऐसे में मुश्किल से तीन महीने का वक़्त बचा हुआ है और सवाल यही उठता है कि चुनाव आयोग ने अब तक उपचुनाव की तारीख़ों का एलान क्यों नहीं किया है।
सवाल बहुत सारे खड़े होते हैं। सबसे पहले तो चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल खड़ा होता है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ही उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव हुए, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव हुए, 2022 वाले सभी चुनावी राज्यों में धरना-प्रदर्शन और राजनीतिक कार्यक्रम जारी हैं, उत्तराखंड की सरकार चार धाम यात्रा कराने पर पूरा जोर दे रही है लेकिन बंगाल में उपचुनाव का एलान नहीं कराया जा रहा है लेकिन क्यों?