2021 के बंगाल चुनाव के बाद जिस नारद स्टिंग मामले में ममता सरकार के मंत्रियों को आज गिरफ़्तार किया गया है वह मामला 2016 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आया था। कहा जाता है कि इस स्टिंग को 2014 में ही तैयार किया गया था। यानी जो स्टिंग ऑपरेशन क़रीब 7 साल पहले किया गया था वह अभी भी तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी के लिए मुसीबत कैसे बना हुआ है? आख़िर यह नारद स्टिंग ऑपरेशन क्या था और इसमें इतना बड़ा क्या मामला हुआ था?