पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार के शीतलकुची में चार लोगों की मौत के मामले में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ़) की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया है। सीआईएसएफ़ ने कहा है कि इस घटना में 5-6 शरारती तत्वों को गंभीर चोटें आईं और बाद में उनकी मौत हो गई।
सीआईएसएफ़ के मुताबिक़, “सुबह 9.35 मिनट पर बूथ नंबर 126 पर तैनात सीआईएसएफ़ की क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) पर 50 से 60 शरारती तत्वों ने हमला कर दिया। इस दौरान यह टीम स्थानीय पुलिस के साथ इस इलाक़े के राउंड पर थी और ऐसे लोगों को हटा रही थी जो मतदाताओं को पोलिंग बूथ पर नहीं पहुंचने दे रहे थे। टीम का नंबर 567/C था और इसका नेतृत्व इंस्पेक्टर सुनील कुमार कर रहे थे।”
केंद्रीय बल ने कहा है कि तभी अव्यवस्था होने लगी, एक बच्चा ज़मीन पर गिर गया और भीड़ ने सीआईएसएफ़ की टीम के वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी और सुरक्षा कर्मियों पर हमला कर दिया।
स्पष्टीकरण में आगे कहा गया है कि क्यूआरटी ने आत्मरक्षा में प्रतिक्रिया करते हुए भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में छह गोलियां चलाईं। सीआईएसएफ़ के कमांडेंट दीपक कुमार वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों को शांत किया।
सीआईएसएफ़ ने कहा है, “1 घंटे बाद लगभग 150 लोगों का एक झुंड आया और इन लोगों ने बूथ नंबर 186 पर पहुंचकर वहां तैनात पोलिंग स्टाफ़ के साथ अभद्रता शुरू कर दी। उन्होंने बूथ पर तैनात होम गार्ड और आशा कार्यकर्ता से मारपीट की।”
सीआईएसएफ़ के मुताबिक़, “हमारे बूथ कमांडर ने लोगों को शांत करने की कोशिश की लेकिन भीड़ पोलिंग बूथ में घुस गई और इसमें शामिल लोगों ने वहां चुनाव ड्यूटी में तैनात कई और लोगों से मारपीट की। कुछ लोगों ने सीआईएसएफ़ के कर्मियों से हथियार लूटने की कोशिश भी की।”
सीआईएसएफ़ ने आगे कहा है, “इसके बाद केंद्रीय बल के जवानों ने हवा में दो गोलियां चलाईं लेकिन लोग मनमानी करते रहे। इसी बीच, क्यूआरटी की टीम जब वहां पहुंची तो भीड़ सीआईएसएफ़ के जवानों की ओर बढ़ने लगी। अपनी जान को ख़तरे में देख जवानों ने भीड़ पर सात और गोलियां चलाईं।”
‘जवानों ने बग़ैर उकसावे के गोलियां चलाईं’
कूचबिहार के शीतलकुची में हुई फ़ायरिंग में चार लोगों की मौत के मामले में स्थानीय लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। स्थानीय लोगों ने बांग्ला अख़बार 'आनंद बाज़ार पत्रिका' को बताया कि शीतलकुची के जोड़ापाटकी इलाक़े में सुबह से ही तनाव था और टीएमसी व बीजेपी के कार्यकर्ताओं में झड़पें हुई थीं। लेकिन बूथ पर मतदान करने आए लोगों पर केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों ने बग़ैर किसी उकसावे को गोलियां चलाईं और उन्हें छाती पर गोलियां मारीं।
'आनंद बाज़ार पत्रिका' ने एक अन्य खबर में स्थानीय वाशिंदों के हवाले से कहा है कि शीतलकुची के पठानटोली शालबाड़ी गांव के बूथ नंबर 258 पर वोट देने गए आनंद बर्मन की मौत गोली लगने से हो गई। ख़बरों के मुताबिक, आनंद पहली बार वोट देने गए थे, लाइन में ही थे, लेकिन अचानक बीजेपी व तृणमल समर्थकों में झगड़ा हुआ और कहीं से गोलियां चलने लगीं। आनंद बर्मन ने भाग कर जान बचाने की कोशिश की लेकिन एक गोली उनकी पीठ में लगी।
स्थानीय बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि आनंद बर्मन उनकी पार्टी से जुड़े हुए थे। बीजेपी ने आनंद की मौत के लिए टीएमसी को ज़िम्मेदार ठहराया है। लेकिन टीएमसी ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि यह बीजेपी की अंदरूनी मारपीट का मामला था।
बाद में इस इलाक़े में रैपिड एक्शन फ़ोर्स यानी रैफ़ को उतारा गया। रैफ ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया।
कल कूचबिहार जाएंगी ममता बनर्जी
इस मामले में सियासत गरमा गई है। टीएमसी ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार को कूचबिहार इलाके में जाएंगी और वहां विरोध रैली करेंगी। ममता बनर्जी ने कहा है कि जिस बात का सबसे ज़्यादा डर था वह बात सच हो गयी।
टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि जब आप हमें सही रास्ते पर चलकर नहीं हरा सके तो आप गोली मारकर हमारी हत्या करेंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है और कहा कि उन्हीं के निर्देश पर चुनाव आयोग ने बंगाल पुलिस के महानिदेशक, अतिरिक्त महानिदेशक और जिस इलाके में आज हिंसा हुई है, वहां के एसपी को बदल दिया था। उन्होंने कहा है कि इस घटना में पांच लोगों की मौत हुई है।
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