पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 जैसे-जैसे नज़दीक आता जा रहा है, बंगाली अस्मिता के सबसे बड़े प्रतीकों में एक नेताजी सुभाष चंद्र बोस को अपनाने की बीजेपी की कोशिशें तेज़ होती जा रही हैं। उग्र हिन्दुत्व की राजनीति करने वाली पार्टी की यह कोशिश इस सच्चाई के बावजूद जारी है कि नेताजी के सिद्धान्त और मूल्य न तो बीजेपी के एकात्म मानवतावाद से मेल खाते हैं न ही मुसलिम-विरोध पर टिकी उसकी नीतियों से। कड़वी सच्चाई तो यह है कि जिस समय नेताजी अंग्रेजों से लोहा लेने की तैयारी कर रहे थे, आरएसएस के प्रेरणा पुरुष सावरकर अंग्रेजों की मदद करने के लिए हिन्दुओं की पलटन तैयार करने में लगे हुए थे।