पड़ोसी मुल्क़ बांग्लादेश बीते कई दिनों से दंगों की चपेट में है। क़ुरान के अपमान की अफ़वाह फैलने के बाद मुल्क़ में कई जगहों पर हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया गया है। इससे पहले कट्टरपंथियों ने मंदिरों और दुर्गा पूजा के पंडालों को तोड़ दिया था। हिंदू समुदाय के कुछ लोगों की हत्या भी कर दी गई थी।
इधर, बांग्लादेश से लगने वाले भारतीय सूबे पश्चिम बंगाल के राजनीतिक और धार्मिक नेता पीरजादा अब्बास सिद्दीक़ी क़ुरान के अपमान को लेकर दिए गए बयान पर बुरी तरह घिर गए हैं।
पश्चिम बंगाल के बड़े धार्मिक इदारे फुरफुरा शरीफ़ के मौलाना और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ़) के संस्थापक पीरजादा अब्बास सिद्दीक़ी ने कहा है कि जिन लोगों ने बांग्लादेश के एक दुर्गा पूजा पंडाल में क़ुरान को दुर्गा के घुटनों के पास रखा है, उनका सिर धड़ से अलग कर देना चाहिए। सिद्दीक़ी ने यह बयान उत्तरी 24 परगना में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में बीते शुक्रवार को दिया।
सिद्दीक़ी के इस बयान का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में सिद्दीक़ी को यह भी कहते सुना जा सकता है कि जो मुसलिम युवा दुर्गा पूजा में शामिल हो रहे हैं, वे ग़लत कर रहे हैं।
सिद्दीक़ी ने बांग्लादेश की घटना को लेकर कहा था कि क़ुरान को दुर्गा के घुटनों के पास रखे जाने के मामले की जांच की जानी चाहिए। उन्होंने दुर्गा पूजा के पंडालों और हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमला करने वालों के ख़िलाफ़ भी सख़्त कार्रवाई की मांग की थी।
कांग्रेस-लेफ़्ट के साथ लड़ा चुनाव
पश्चिम बंगाल के हालिया विधानसभा चुनाव में पीरजादा अब्बास सिद्दीक़ी की पार्टी आईएसएफ़ ने कांग्रेस और वाम दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। तब कांग्रेस में इसे लेकर नाराज़गी के सुर उठे थे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा था कि धर्मनिरपेक्षता के आधार पर पार्टी सेलेक्टिव नहीं हो सकती। उन्होंने कहा था कि आईएसएफ़ के साथ कांग्रेस का गठबंधन पार्टी की मूल विचारधारा, गांधीवाद और नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता के ख़िलाफ़ है।
पीरजादा अब्बास सिद्दीक़ी की बंगाल के बड़े धार्मिक नेता के रूप में पहचान है। फुरफुरा शरीफ़ का राज्य की कई मसजिदों पर नियंत्रण है और बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़े हैं।
बीजेपी ने सिद्दीक़ी के इस बयान को लेकर उनकी गिरफ़्तारी की मांग की है। बीजेपी सांसद राहुल सिन्हा ने कहा है कि अब्बास सिद्दीक़ी राज्य का माहौल ख़राब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सिद्दीक़ी को गिरफ़्तार करने की मांग की है।
जबकि टीएमसी नेता कुणाल घोष ने वाम दलों के नेताओं से पूछा है कि आख़िर वे क्यों सिद्दीक़ी के बयान का विरोध नहीं कर रहे हैं।
सरकार ने जारी किया अलर्ट
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार भी सतर्क हो गयी है। राज्य सरकार ने सभी जिलों ख़ासकर बांग्लादेश से लगने वाले जिलों में प्रशासन को क़ानून व्यवस्था के मद्देनजर अलर्ट रहने के लिए कहा है।
जिलों के पुलिस प्रमुखों से कहा गया है कि वे फ़ेक न्यूज़ को लेकर बेहद सावधानी बरतें।
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