तृणमूल कांग्रेस में अनबन की ख़बरों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को ही पार्टी में नंबर दो की जगह पर रखा है। अभिषेक बनर्जी शुक्रवार को फिर से तृणमूल के महासचिव चुने गए हैं। तो क्या इसका मतलब है कि उन्होंने तृणमूल प्रमुख का विश्वास जीत लिया है? तृणमूल में अनबन की ख़बरों के बीच कुछ दिन पहले ही ममता बनर्जी ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्य समिति को भंग कर दिया था। इसके भंग किए जाने से पहले अभिषेक बनर्जी ही पार्टी के महासचिव थे।
तृणमूल में अनबन के बीच ममता ने अभिषेक को ही बनाया महासचिव
- पश्चिम बंगाल
- |
- 18 Feb, 2022
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे की टीम के बीच क्या अनबन अब दूर हो गई है? अभिषेक बनर्जी को महासचिव बनाने का क्या मतलब है?

अभिषेक बनर्जी को महासचिव पद देने का फ़ैसला आज पार्टी की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था नई पुनर्गठित राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक के बाद लिया गया। यह बैठक ममता बनर्जी के कोलकाता स्थित आवास पर हुई। एक दिन पहले ही म्यूनिसिपल चुनाव में 4 प्रमुख शहरों में पार्टी ने जबरदस्त जीत दर्ज की है।