पश्चिम बंगाल के चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ईडी के सामने पेश हुए हैं।
ईडी की ओर से इस मामले में उनसे पूछताछ की गई है। ईडी की ओर से उन्हें 8 नवंबर को समन भेज कर बुलाया गया था। ईडी कार्यालय में हुई इस पूछताछ के बाद बाहर निकल कर टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने मीडिया से बातचीत की है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैंने जांच में हमेशा सहयोग किया है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि ईडी के जितने सवाल थे, मैंने उन सभी का सवालों का जवाब दिया है। अगर ईडी फिर समन भेज कर बुलाती है तो मैं जरूर आऊंगा। अभिषेक बनर्जी ने ईडी को 6 हजार पन्नों में अपना जवाब सौंपा है।
वहीं इस मौके पर मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे गये एक सवाल पर अभिषेक बनर्जी ने कहा कि महुआ अपनी जंग खुद लड़ने की काबिलियत रखती हैं। वो राजनीति का शिकार हुईं हैं।
बिना कुछ साबित हुए किसी के भी खिलाफ कार्रवाई कैसे की जा सकती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मुझे भी पिछले चार वर्ष से परेशान कर रही है। ये तो भाजपा की आदत हो गई है।
ध्यान रहे कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर निजी लाभ लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। इस मामले में संसद की एथिक्स कमेटी महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस मामले में एथिक्स कमेटी लोकसभा स्पीकर से महुआ की सांसदी खत्म करने की सिफारिश कर सकती है।
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13 सितंबर को 9 घंटे हो चुकी है पूछताछ
शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी ने अभिषेक बनर्जी से पिछले13 सितंबर को भी कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की थी। तब लगभग 9 घंटे तक पूछताछ की थी।उस समय टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया था कि विपक्षी इंडिया गठबंधन की बैठक में जाने से रोकने के लिए उन्हें 13 सितंबर को ही जान-बूझकर कर पूछताछ के लिए बुलाया गया। इसी दिन दिल्ली में विपक्षी इंडिया गठबंध के कोऑर्डिनेशन/स्ट्रैटजी कमेटी की पहली बैठक थी।
इसके बाद फिर अभिषेक बनर्जी को तीन अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लेकिन तीन अक्टूबर को अभिषेक बनर्जी ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। वे दिल्ली में 2-3 अक्टूबर को टीएमसी की ओर से आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में चले गए थे।
शिक्षक भरीती घोटाले की जांच के क्रम में ईडी पूछताछ के लिए टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को कई बार बुला चुकी है। माना जा रहा है कि अगर जांच में उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत मिलता है तब ईडी उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है।
वहीं जब तक कोई ठोस सबूत ईडी के हाथ नहीं लगेगा तब उनकी गिरफ्तारी नहीं होने की संभावना जताई जा रही है। ईडी की ओर से हाल के दिनों में कई विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है वहीं कई विपक्षी नेताओं को विभिन्न घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है। ईडी ने पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को दिल्ली शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार किया था।
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