जब तनिष्क के उस विज्ञापन को हटा लेने पर बहस चल रही थी जिसमें एक हिंदू बहू की गोदभराई की रस्म उसकी मुसलमान ससुराल हिंदू रस्मोरिवाज़ से मनाती है, हम दिल्ली के आदर्श नगर में राहुल राजपूत के घर पर बैठे उसके माँ-पिता, फूफा से बात कर रहे थे। राहुल राजपूत को 7 अक्टूबर की शाम उसकी दोस्त के भाइयों ने मिलकर इतना मारा था कि उसी रात उसकी मौत हो गई।
प्रेम के अधिकार के लिए सामाजिक संवेदना का अभियान चलाना होगा
- वक़्त-बेवक़्त
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- 19 Oct, 2020

दूसरे धर्म की लड़की हो, तो उससे प्रेम के नाम पर उसे अपने में मिला लेना बुरा नहीं। हाँ! अपने धर्म की लड़की नहीं जानी चाहिए। यह एक आम समझ है और आज से नहीं, अनेक दशकों से इस देश में लोगों के दिल दिमाग़ों को इसने इसी तरह विकृत कर दिया है।