दिल्ली विधानसभा के नतीजे आने में बस कुछ घंटे शेष हैं। रिवाज़ के मुताबिक़ मीडिया ने अंदाज करने की कोशिश की है कि 11 फरवरी को किस पार्टी की जीत होगी। आम आदमी पार्टी (आप) आराम से बहुमत हासिल करके सरकार बनाती हुई दीख रही है। एग्जिट पोल बताते हैं कि बीजेपी पिछली बार के मुक़ाबले अपनी हालत बेहतर तो कर लेगी लेकिन वह 'आप' से बहुत पीछे ही रहेगी। यह बड़ी बात है क्योंकि बीजेपी ने इस अर्द्धराज्य का किला फतह करने में एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था।
क्यों भारतीय जनता पार्टी को ''हिंदू'' मतदाता ही चाहिए?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 10 Feb, 2020

बीजेपी अनथक प्रयास करती रहती है कि चुनाव हो या न हो वह अधिक से अधिक धार्मिक हिंदुओं को अपना दास बना ले। इसके लिए वह मुसलमानों को अपमानित करती रहती है और हिंदुओं में उनके प्रति भय भरने का हर संभव प्रयास करती है। इसके लिए सतत मुसलमान विरोधी घृणा अभियान चलाने की ज़रूरत होती है। बीजेपी यह चुनाव के पहले और बाद भी करती ही रहती है लेकिन चुनाव में उसे बड़ा मौक़ा मिलता है, जब वह खुल कर नफरत की मुहिम चलाए।
एग्जिट पोल के नतीजों के बाद 'आप' की तारीफ़ यह कहकर की जा रही है कि उसने बीजेपी की साजिश समझ ली और खुद को शाहीन बाग़ से दूर कर लिया। इस तरह उसने “हिंदुओं” के ध्रुवीकरण का षड्यंत्र नाकाम कर दिया। इसे 'आप' का चुस्त राजनीतिक दांव माना जा रहा है लेकिन इसकी विडंबना से भी हम परिचित हैं।