बीते बुधवार, 27 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘यूट्यूब फैनफेस्ट इंडिया-2023’ को संबोधित किया। अपने लगभग 5 मिनट के सम्बोधन का अंत पीएम मोदी ने "मेरे सभी अपडेट प्राप्त करने के लिए मेरे चैनल को सब्सक्राइब करें और घंटी आइकन दबाएं", यह कहते हुए किया। सोशल मीडिया में उनके इस कदम को लेकर तरह-तरह की आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया। कोई उन पर ‘पद की गरिमा’ को लेकर प्रश्न उठा रहा है तो कोई ‘नैतिकता’ को लेकर उन पर सवाल उठा रहा है। व्यक्तिगत रूप से मुझे इसमें कोई कमी समझ नहीं आती, मुझे नहीं लगता कि कानून या संविधान उन्हे अपने चैनल को सबस्क्राइब करने वाली अपील करने के लिए रोकता है।
प्रधानमंत्री जी ‘अपडेट’ का इंतजार रहेगा।
- विमर्श
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- 29 Mar, 2025

18 घंटे काम करने वाले प्रधानमंत्री मोदी के पास अब इतना समय है कि वो यूट्यूबर बन गए हैं। खैर यह तो एक जुमला है। जाहिर सी बात है कि उनके पास एक टीम होगी जो इस काम को अंजाम दे रही होगी। लेकिन इस पर अपडेट का फैसला तो पीएम मोदी को ही करना होगा। मान लीजिए किसी कर्मचारी ने गलती कर दी तो क्या होगा। ऐसे में मोदी का कुछ न कुछ हस्तक्षेप तो जरूर रहेगा। हमारी स्तंभकार वंदिता मिश्रा अगर यह कह रही हैं कि मोदी जी आपके अपडेट्स का इंतजार रहेगा तो इसमें कोई बुराई नहीं है। अगर आप लोगों ने मोदी जी का चैनल सब्सक्राइब नहीं किया है तो फौरन करें लेकिन मोदी जी के अपडेट की चीरफाड़ सिर्फ सत्य हिन्दी पर होगी, इसलिए सत्य हिन्दी के यूट्यूब चैनल को जरूर सब्सक्राइब करें ताकि पता चलता रहे कि मोदी जी ने फलां बात क्यों कही और कही भी तो किसलिए कही। सत्य सिर्फ सत्यहिन्दी पर।