आगामी 19 अप्रैल को 2024 लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान होना है। सरकार ठप पड़ गई है और प्रधानमंत्री लगातार ‘रैली मोड’ में आ गये हैं।प्रधानमंत्री मोदी जब से केंद्रीय राजनीति में आये हैं वो लगातार कुछ ख़ास बातों को लेकर जनता तक पहुँच बनाने की कोशिश करते रहे हैं। पहला यह कि वह बहुत गरीब परिवार से आते हैं और उन्होंने रेलवे स्टेशन में चाय तक बेची है; दूसरा यह कि वह देश के चौकीदार हैं, प्रधानसेवक हैं और यह उनकी ‘गारंटी’ है कि भ्रष्टाचार नहीं होने दिया जाएगा; तीसरा यह कि ‘देश नहीं झुकने दूँगा’ और चौथा और उनका अंतिम हथियार कि कांग्रेस एक ‘वंशवादी पार्टी’ है और यह भी कि देश की हर समस्या के लिए कांग्रेस ज़िम्मेदार है।
प्रधानमंत्री अपनी पार्टी के भ्रष्टाचार पर जवाब दें!
- विमर्श
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- 7 Apr, 2024

केंद्र की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने और ब्लैक मनी वापस लाने के मुद्दे पर 2014 में चुनाव जीतकर आई थी। लेकिन पूरी दुनिया कह रही है कि भारत में इस सदी का सबसे बड़ा चुनावी चंदे (इलेक्टोरल बांड) का घोटाला हुआ है, जिसकी सबसे बड़ी लाभार्थी मोदी-अमित शाह की भाजपा है। प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर जवाब देने की बजाय कभी कांग्रेस के घोषणापत्र को मुस्लिम लीग आधारित बता देते हैं तो कभी वो स्व. रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान की रैली में कांग्रेस के परिवारवाद पर बातें करने लगते हैं। उनके पास अपनी सरकार और पार्टी के भ्रष्टाचार पर जवाब देने के लिए तर्क नहीं हैं। स्तंभकार वंदिता मिश्रा ने इसी मुद्दे को उठाया है, पढ़िएः