केंद्र की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने और ब्लैक मनी वापस लाने के मुद्दे पर 2014 में चुनाव जीतकर आई थी। लेकिन पूरी दुनिया कह रही है कि भारत में इस सदी का सबसे बड़ा चुनावी चंदे (इलेक्टोरल बांड) का घोटाला हुआ है, जिसकी सबसे बड़ी लाभार्थी मोदी-अमित शाह की भाजपा है। प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर जवाब देने की बजाय कभी कांग्रेस के घोषणापत्र को मुस्लिम लीग आधारित बता देते हैं तो कभी वो स्व. रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान की रैली में कांग्रेस के परिवारवाद पर बातें करने लगते हैं। उनके पास अपनी सरकार और पार्टी के भ्रष्टाचार पर जवाब देने के लिए तर्क नहीं हैं। स्तंभकार वंदिता मिश्रा ने इसी मुद्दे को उठाया है, पढ़िएः