भारतीय सभ्यता को 5 हज़ार वर्ष बीत चुके हैं और यह दुनिया की सबसे प्रारंभिक सभ्यताओं में से एक है। इस प्राचीनता पर हमें गर्व भी है। पर हमेशा अपने अतीत पर गर्व करने के लिए आवश्यक ऊर्जा कायम रख सकें, इसके लिए ज़रूरी है कि वर्तमान बेहतर रहे, जो कि निश्चित रूप से आज संकट में है चाहे कोई स्वीकार करे या न करे।