हाथरस में 2 जुलाई को एक ‘धार्मिक आयोजन’ में हुई भगदड़ में 121 लोग मारे गए। मृतकों में ज्यादातर महिलायें है। यह धार्मिक आयोजन एक धर्म गुरु सूरजपाल जाटव उर्फ नारायण साकार हरी उर्फ भोले बाबा के तत्वावधान में किया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जब यह बाबा प्रवचन/प्रार्थना के बाद जाने लगा तो ‘भक्तों’ का हुजूम बाबा की कार की ओर भागा। हुजूम इसलिए भागा क्योंकि बाबा के पैर के नीचे की धूल न सही उनके कार के नीचे की धूल ही एकत्र कर ली जाए तो कल्याण हो जाए। बाबा के पैर की धूल को उसके भक्त पवित्र मानते हैं।