भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने कहा है कि जोशीमठ 12 दिन में ही 5.4 सेंटीमीटर धँस गया है। इसरो की रिपोर्ट इस तथ्य की ओर इशारा करती है कि तेजी से अंदर की ज़मीन धंसने के कारण जोशीमठ और धँस सकता है। शहर के मध्य भाग में सेना के हेलीपैड धंस गया है।
12 दिन में ही 5.4 सेंटीमीटर धंस गया जोशीमठ: इसरो रिपोर्ट
- उत्तराखंड
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- 13 Jan, 2023
उत्तराखंड में जोशीमठ में जमीन धँसने का संकट कितना गंभीर है? जानिए इसरो की सैटेलाइट इमेज से क्या संकेत मिलता है।

इसरो की यह रिपोर्ट नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर द्वारा जुटाए गए सैटेलाइट डेटा पर आधारित है। इन डाटा के आधार पर ही शुरुआती परिणामों में कहा गया है कि उत्तराखंड के इस पहाड़ी शहर में 27 दिसंबर, 2022 और 8 जनवरी, 2023 के बीच तेजी से धंसाव दर्ज किया गया।