अंतरिक्ष डॉकिंग के परीक्षण का यह मिशन यदि सफल हो जाता है, तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत दुनिया का चौथा देश होगा जो जटिल तकनीकों में महारत हासिल करेगा।
भारत ने भारत निर्मित रॉकेट पर अपना पहला अंतरिक्ष डॉकिंग मिशन लॉन्च किया है। इस मिशन की कामयाबी उसे अमेरिका, चीन और रूस के बराबर लाकर खड़ा कर देगी। इस मिशन में इस बार प्राइवेट सेक्टर की कंपनी अनंत टेक्नॉलजीज की भी भागीदारी है।
इसरों ने निगरानी वाले उपग्रह के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई। उसने 16 अगस्त को एक ऐसा उपग्रह लॉन्च किया है जो पृथ्वी पर होने वाली पर्यावरण संबंधी गतिविधियों पर नजर रखेगा। हालांकि इस क्षेत्र में अमेरिका, रूस, चीन बहुत पहले ही आगे निकल चुके हैं लेकिन भारत की सफलता मामूली नहीं है।
भारत अब सितारों से आगे जहान (दुनिया) की खोज के लिए कदम बढ़ा रहा है। यानी ब्लैक होल के मैजिक को हल करने की दिशा में भारत बढ़ चला है। विज्ञान खबर की भाषा में अगर कहना है तो यह भारत का एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (XPoSat) लॉन्च है जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने नए साल 2024 पर 1 जनवरी को सुबह 9:10 बजे सतीश धवन सेंटर से रवाना किया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान इसरो ने कहा है कि वह देश के पहले ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मिशन 'गगनयान' की टेस्टिंग करने जा रहा है। इसरो इसके क्रू एस्केप सिस्टम की टेस्टिंग 21 अक्टूबर को सुबह 7 से 9 बजे के बीच करेगा।
इसरो गगनयान मिशन को लेकर तेजी से तैयारियां कर रहा है। इसरो से प्राप्त जानकारी के मुताबिक तैयारियां अंतिम चरण में हैं और इस महीने के अंत तक गगनयान का अहम हिस्सा ‘क्रू एस्केप सिस्टम' का परीक्षण किया जा सकता है।
इसरो ने शनिवार 30 सितंबर को इस मिशन को लेकर यह अपडेट जानकारी साझा की है। इसरो ने बताया कि अब यह सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) की ओर आगे बढ़ते हुए अपना रास्ता तलाश रहा है।
इसरो ने शुक्रवार, 22 सितंबर को सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक ट्विट कर कहा है कि चंद्रयान - 3 के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से साथ वह संपर्क नहीं कर पा रहा है। इसरो की ओर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं कि उनसे संपर्क स्थापित किए जा सके।
इसरो द्वारा चांद पर भेजे गए चंद्रयान-3 मिशन के प्रज्ञान रोवर ने विक्रम लैंडर की एक तस्वीर खींची है। प्रज्ञान के नेविगेशन कैमरे ने बुधवार को विक्रम की यह तस्वीर क्लिक की है। इसरो ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर जारी किया है।
गुजरात के सूरत का एक शख्स मितुल त्रिवेदी पिछले कई दिनों से चंद्रयान 3 के डिजाइन को लेकर सुर्खियां बटोर रहा था। टीवी चैनल वाले उसका इंटरव्यू करने के लिए उसके घर पर लाइन लगाए हुए थे, आखिरकार पुलिस ने उसे मंगलवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। वो खुद को इसरो का वैज्ञानिक बता रहा था लेकिन उसके सारे दावे फर्जी साबित हुए।