उत्तराखंड के चंपावत जिले के सूखीढांग गांव के एक सरकारी स्कूल में दलित भोजन माता के हाथ से खाना न खाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। स्कूल के प्रधानाचार्य ने एक पत्र लिखकर बताया है कि स्कूल के दलित छात्र/छात्राओं ने भी सामान्य वर्ग की भोजन माता के हाथों से खाना खाने से इनकार कर दिया है। इस मामले में उत्तराखंड के दलित संगठन भी मुखर होकर सामने आए हैं।