उत्तर प्रदेश में चुनावी नतीजे आने के 15 दिनों के बाद भी नयी सरकार का गठन नहीं हो सका है। पर्याप्त बहुमत पाने और सब कुछ मन मुताबिक होने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में यूपी सरकार के गठन को लेकर बैठकों का दौर जारी है।
योगी मंत्रिमंडल के गठन में क्यों हो रही है देरी ?
- उत्तर प्रदेश
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- 21 Mar, 2022

उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने के बाद भी योगी सरकार के गठन में इतना वक्त क्यों लग रहा है। क्या बीजेपी को सहयोगी दलों को मनाने में मुश्किलें आ रही हैं।
मुख्यमंत्री का नाम भी तय है और मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले अधिकांश नाम भी पर आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। पार्टी बीते साल सरकार और संगठन के तालमेल को लेकर उठे सवालों और बैठकों के दौर के दोहराव से भी बचना चाहती है। इन्ही सबको देखते हुए यूपी में सरकार के गठन का इंतजार सामान्य से कुछ ज्यादा ही लंबा खिंच गया है।
मुख्यमंत्री के नाम पर पहले से एक राय
बीजेपी ने यूपी विधानसभा का चुनाव योगी आदित्यनाथ के चेहरे को सामने रख कर लड़ा। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने योगी के नाम पर ही जनता से वोट मांगे। खुद योगी आदित्यनाथ गोरखपुर, अपने गृह क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़े और भारी मतों से जीते भी। नतीजे आने के साथ ही यह तय हो गया था कि अगले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ योगी आदित्यनाथ को ही दिलायी जाएगी और वही अब अगले पांच साल तक सरकार के मुखिया होंगे। भारी भरकम जीत से योगी का कद न केवल यूपी में बल्कि देश भर में बढ़ा है और बीजेपी के लिए वो मोदी के बाद दूसरे सबसे बड़े आकर्षण के तौर पर उभरे हैं।