बीते साल पंचायत चुनावों में ज़्यादातर ज़िलों में कथित तौर पर दबंगई से अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा चुकी सत्ताधारी बीजेपी पर अब स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र के विधान परिषद सदस्यों के चुनावों में वैसी ही दबंगई के आरोप लग रहे हैं।
पहले कई जगहों पर विपक्षी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को नामांकन दाखिल करने से रोके जाने और मारपीट करने के आरोप लगे थे। अब नामांकन पत्रों की जाँच के दौरान मंगलवार को कई ज़िलों में सपा प्रत्याशियों के पर्चे खारिज कर दिए गए। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ही अब चुनाव में गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाया है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 22, 2022
सपा नेता और एटा-मैनपुरी से प्रत्याशी उदयवीर सिंह के साथ मंगलवार को नामांकन पत्र की जांच के लिए जाते समय मारपीट की गयी और दौड़ाया गया। अब तक दो जिलों से बीजेपी के प्रत्याशी निर्विरोध एमएलसी बन चुके हैं। कई और ज़िलों में यही कुछ दोहराये जाने की संभावना है। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी कोटे की 36 सीटों के लिए चुनाव चल रहा है। सोमवार को नामांकन का अंतिम दिन था जबकि 9 अप्रैल को मतदान और 12 अप्रैल को मतगणना होगी।
एटा, मथुरा में सपा का पर्चा खारिज, बीजेपी निर्विरोध जीती
रालोद प्रत्याशी का भी पर्चा खारिज
मंगलवार को ही नामांकन पत्रों की जांच के दौरान बुलंदशहर में सपा-राष्ट्रीय लोकदल की संयुक्त प्रत्याशी सुनीता शर्मा का पर्चा खारिज कर दिया गया है। इसके साथ ही इस सीट पर नामांकन भरने वाले दो अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के पर्चे भी खारिज कर दिए गए हैं। अब बुलंदशहर सीट से बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र भाटी का निर्विरोध एमएलसी चुना जाना तय हो गया है। गौरतलब है कि 2016 के चुनाव में नरेंद्र भाटी सपा प्रत्याशी के तौर पर जीत कर विधान परिषद सदस्य बने थे लेकिन इस बार विधानसभा चुनावों के ठीक पहले वो बीजेपी में शामिल हो गए थे।
पर्चा खारिज होने से सपा गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी के समर्थकों में रोष है और सुरक्षा के नज़रिये से कलक्ट्रेट परिसर को छावनी बना दिया गया है।
सपा नेता व प्रत्याशी उदयवीर से मारपीट
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी, पूर्व विधान परिषद सदस्य और एट-मैनपुरी-मथुरा सीट से प्रत्याशी उदयवीर सिंह के साथ एटा में मारपीट हुई। बीजेपी समर्थकों पर इसका आरोल लगा। मंगलवार को नामांकन पत्र की जांच के लिए जाते समय उदयवीर को बीजेपी कार्यकर्त्ताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर रोक कर वापस जाने के लिए कहा। मना करने पर उनके साथ मारपीट की गयी और दौड़ाया गया। इस दौरान वहाँ मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही। घटना के वायरल वीडियों में पुलिस की मौजूदगी में बीजेपी कार्यकर्ता उदयवीर की पिटाई कर रहे हैं। किसी तरह नामांकन पत्र की जांच के अंदर पहुंचे उदयवीर का पर्चा अधिकारियों ने खारिज कर दिया। इससे पहले सोमवार को नामांकन का दूसरा सेट दाखिल करने पहुँचे उदयवीर की बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पिटाई की थी और उनके वकील के हाथ से पर्चा छीन लिया था।
लखीमपुर में भी सपा प्रत्याशी का पर्चा खारिज
उधर लखीमपुर ज़िले में प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी का पर्चा खारिज कर दिया है। लखीमपुर से सपा ने अनुराग पटेल को प्रत्याशी बनाया है। अधिकारियों का कहना है कि सपा प्रत्याशी ने जिस वकील से शपथ पत्र की नोटरी कराई उसका नवीनीकरण नहीं हुआ है। वहीं सपा प्रत्याशी ने बीजेपी की शिकायत पर नामांकन खारिज करने का आरोप लगाया है। पर्चा खारिज होने के विरोध में सपा कार्यकर्ता डीएम दफ्तर पर हंगामा कर रहे हैं।
शिकायत लेकर चुनाव आयोग पहुंचे सपा नेता
विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकारी कोटे की सीटों के चुनावों में सत्ताधारी दल की कथित मनमानी के ख़िलाफ़ सोमवार को सपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग पहुंचा था और ज्ञापन सौंपा था। मंगलवार को अपने प्रत्याशियों के नामांकन खारिज किए जाने की खबर पाते ही फिर से सपा का प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग से मिला। सपा नेताओं ने आयोग के अधिकारियों से एमएलसी चुनाव में धांधली की शिकायत की। उन्होंने खासतौर पर एटा-मैनपुरी में चुनाव में धांधली की शिकायत करते हुए कहा कि प्रदेश के तमाम जिलों में गुंडागर्दी के दम पर चुनाव लूटा जा रहा है। सपा ने निर्वाचन आयोग से सत्ताधारी दल के नेताओं और उनके इशारों पर काम करने वाले अधिकारियों की शिकायत की।
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