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आरोपी अनुज कुमार सिंह

यूपीः एक और एनकाउंटर पर विवाद, पिता ने कहा- ये मुठभेड़ 'मंगेश यादव' का काउंटर है

सुल्तानपुर ज्वेलरी स्टोर डकैती मामले के दूसरे आरोपी को सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मुठभेड़ में उन्नाव में मार गिराया गया। यह मुठभेड़ उन्नाव जिले के अचलगंज इलाके में हुई। मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी घायल हो गया, जबकि दूसरा भागने में सफल रहा। घायल की पहचान अमेठी जिले के मोहनगंज थाना क्षेत्र के जानापुर गांव निवासी धर्मराज सिंह के पुत्र अनुज प्रताप सिंह के रूप में हुई है। घायल अनुज प्रताप सिंह को अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां ले जाने पर उसकी मौत हो गई।

5 सितंबर को, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सबसे पहले आरोपी मंगेश यादव को मार गिराया था। जिस पर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सहित विपक्ष ने मुठभेड़ को "फर्जी" करार दिया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि योगी सरकार में सबसे ज्यादा यादव और मुस्लिमों का एनकाउंटर किया जा रहा है। मंगेश यादव के एनकाउंटर पर विवाद बढ़ता गया और सुल्तानपुर, जौनपुर जिलों में इस पर प्रदर्शन भी हुए। कथित एनकाउंटर के कुछ वीडियो और फोटो सामने आने के बाद पुलिस विवादों में फंसती गई। 

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मंगेश यादव एनकाउंटर में क्षत्रिय बनाम यादव विवाद काफी बढ़ गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस समेत तमाम विभागों में तैनात क्षत्रिय अफसरों के नामों की सूची जारी कर दी, जिससे आरोप लगा कि भाजपा शासित यूपी के क्षत्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में पुलिस यादवों, मुस्लिमों और ब्राह्मणों का एनकाउंटर कर रही है। सोमवार को हुए एनकाउंटर में मारे गए अनुज प्रताप सिंह के पिता ने यही कहा कि अखिलेश यादव को अब चैन पड़ गया होगा कि क्षत्रिय का एनकाउंट भी हो गया है। लेकिन उन्होंने कुछ और कहा। वो बात दूसरे वीडियो में है। उनके दोनों वीडियो बयान देखिये।
लेकिन इसी वीडियो बयान में अनुज प्रताप सिंह के पिता ने यह आरोप भी लगाया-  आखिर 34 केस वाले मुख्य आरोपी विपिन सिंह का एनकाउंटर क्यों नहीं हुआ ? एनकाउंटर छोड़ो पेशी के दौरान बिना हथकड़ी के लाया गया! अनुज प्रताप सिंह का एनकाउंटर मंगेश यादव एनकाउंटर का काउंटर मात्र है?

हालांकि सपा नेता का मानना है कि यादवों-मुस्लिमों-ब्राह्मणों  के एनकाउंटर का विरोध कम करने के लिए एक क्षत्रिय युवक का एनकाउंटर किया गया है। सपा प्रहरी एक्स हैंडल के ट्वीट में कहा गया-  योगी आदित्यनाथ सरकार पर लगातार ठाकुरवाद के आरोप लग रहे थे ! उन्हीं से बचने के लिए सुल्तानपुर डकैती मामले में अनुज प्रताप सिंह का आज उन्नाव में STF ने नकाउंटर कर दिया ! लेकिन जांबाज अफसरों को फोटो नहीं आई जैसे मंगेश यादव पर आई थी!

28 अगस्त को सुल्तानपुर शहर के ठठेरी बाजार इलाके में एक दुकान से करीब डेढ़ करोड़ रुपये के आभूषण चोरी हो गये थे। पहले के ऑपरेशनों में, पुलिस ने सुल्तानपुर आभूषण डकैती से चोरी की गई वस्तुओं को बरामद करने में महत्वपूर्ण प्रगति की थी। एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, उन्होंने चार प्रमुख संदिग्धों को गिरफ्तार किया: विवेक सिंह, दुर्गेश सिंह, अरविंद यादव और विनय शुक्ला। ऑपरेशन के दौरान, अधिकारियों ने 2.25 किलोग्राम सोना, 20 किलोग्राम चांदी और पर्याप्त मात्रा में नकदी बरामद की। डकैती के मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने वारदात के अगले दिन पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।

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पुलिस ने इस घटना में सबसे पहले मंगेश यादव का एनकाउंटर किया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगेश यादव को डकैत कहा था। लेकिने मंगेश यादव के परिवार ने मुख्यमंत्री और यूपी एसटीएफ के आरोपों का खंडन किया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और अन्य नेताओं ने मंगेश यादव को गरीब परिवार का बताया और कहा कि उस पर पहले से कोई आरोप नहीं था। इसके बाद कुछ यूट्यूबर्स ने मंगेश यादव के घर पर पहुंचकर पूरी दुनिया को मंगेश यादव के परिवार की कहानी बताई और दिखाया कि किन हालात में मंगेश यादव का परिवार रह रहा था। कुल मिलाकर यूपी में सुल्तानपुर डकैती कांड को लेकर अब तक हुए दोनों ही एनकाउंटर विवादास्पद हो गए हैं। 
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क़मर वहीद नक़वी
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