बीजेपी शासित दो राज्यों में बिजली के दो ऐसे टेंडर निकले हैं कि इसपर सवाल खड़े होने लगे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार बिजली आपूर्तिकर्ताओं की तलाश कर रहे दो भाजपा शासित राज्यों ने एक जैसे बोली मानदंड तैयार किए हैं। ये मानदंड अडानी समूह की बिजली उत्पादन क्षमताओं और योजनाओं के लिए बिल्कुल उपयुक्त हैं। वैसे, यहाँ तक तो ज़्यादा गड़बड़ी नज़र नहीं आती है, लेकिन मानदंडों में टेंडर के लिए जो नियम तय किए गए हैं उसको लेकर सवाल उठ रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या टेंडर में प्रतियोगिता को हतोत्साहित करने वाले नियम बनाए गए?