रामचरितमानस पर टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी और हिन्दू धर्माचार्यों के निशाने पर आए समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बयान से नयी संजीवनी मिली है। भागवत के जाति व्यवस्था वाले बयान के बाद अब मौर्य ने धर्माचार्यों को चुनौती दी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी कहा है कि उन्हें बताना चाहिए कि जाति-वर्ण को लेकर क्या वस्तुस्थिति है।