घोसी में यूँ तो ये उपचुनाव बीते सालों में हुए एक दर्जन से ज्यादा उपचुनावों जैसा ही नज़र आता है पर ऐसा है नहीं। उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसभा उपचुनाव के बहाने पहली बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी गठबंधन इंडिया दो-दो हाथ कर रहे हैं। यह उपचुनाव कम से कम ‘इंडिया’ के लिए तो इतना महत्वपूर्ण हो चला है कि पहली बार खुद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव न केवल घोसी में चुनावी सभा करने पहुंचे बल्कि हर रोज लखनऊ में बैठ प्रचार की निगरानी कर रहे हैं। उपचुनाव से लेकर पंचायत चुनाव तक में पसीने बहाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घोसी दो सितंबर को प्रचार करने जाएंगे। घोसी में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान की जीत सुनिश्चित करने के लिए यूपी में एनडीए के घटक दल निषाद पार्टी, अपना दल (सोनेलाल) और सुहेलदेव राजभर भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के नेता दिन रात एक कर रहे हैं।
घोसी उपचुनाव में होगा ‘इंडिया’ गठबंधन बनाम एनडीए का पहला टेस्ट
- उत्तर प्रदेश
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- 31 Aug, 2023

क्या उत्तर प्रदेश के घोसी में होने वाले उपचुनाव में विपक्षी गठबंधन इंडिया की मिली जुली कोशिश दिख रही है? जानिए, आखिर घोसी का उपचुनाव चर्चा में क्यों है।
विपक्षी दलों के दर्जनों नेता डटे
प्रदेश में हाल के वर्षों में यह पहला विधानसभा उपचुनाव है जो इतना हाई प्रोफाइल बन गया है। ‘इंडिया’ के घटक दलों- राष्ट्रीय लोकदल, अपना दल पल्लवी पटेल ग्रुप के बड़े नेताओं के साथ ही कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के स्थानीय नेता घोसी में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी सुधाकर सिंह के लिए पसीना बहा रहे हैं। मंगलवार को जहां अखिलेश यादव ने घोसी में जनसभा की है वहीं पार्टी के बड़े नेता शिवपाल यादव बीते दस दिनों से वहीं डेरा डाले हुए हैं। तीन-चार दिनों तक लगातार सपा के महासचिव रामगोपाल यादव भी घोसी में मौजूद रहे हैं। सपा के सभी फ्रंटल संगठनों से लेकर प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का जमावड़ा घोसी में दिखाई दे रहा है।