उत्तर प्रदेश के गोंडा ज़िले में मंदिर के एक पुजारी पर जिस हमले के मामले ने तूल पकड़ा था और सरकार की तीखी आलोचना हो रही थी वह हमला दरअसल पुजारी ने ख़ुद से कराया था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने यह दावा किया है। पुजारी ने ऐसा साज़िश के तहत अपने दुश्मन को फँसाने के लिए किया। यह हमला ज़मीन विवाद को लेकर किया गया।पुजारी पर गोली चलाने के इस मामले ने इसलिए काफ़ी तूल पकड़ लिया था क्योंकि हाल के दिनों में साधुओं पर हमले के मामले बढ़े हैं। इससे पहले राजस्थान के करौली में ज़मीन विवाद में पुजारी को ज़िंदा जला दिया गया था जिसमें साधु की मौत हो गई थी। बागपत शहर कोतवाली क्षेत्र में यमुना नदी से साधु का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। इस बीच जब गोंडा में मंदिर के पुजारी पर हमले की ख़बर आई तो इस पर हंगामा हो गया। अयोध्या से भी साधु-संत गोंडा में पहुँचे और हमलावरों के ख़िलाफ़ तुरंत कार्रवाई की माँग करने लगे थे। वैसे, हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश में जितनी अपराध की घटनाएँ बढ़ी हैं इससे सरकार की चौतरफ़ा आलोचना हो रही है।