कानपुर में हुई हिंसा के मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई ने बयान जारी किया है। पीएफआई ने कहा है कि इस हिंसा के आरोपियों से उसका कोई संबंध नहीं है।
कानपुर हिंसा: पीएफआई ने कहा- हमारा कोई संबंध नहीं
- उत्तर प्रदेश
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- 7 Jun, 2022
कानपुर में हुई हिंसा के मामले में क्या पीएफआई की कोई भूमिका है? जानिए, पीएफआई ने अपने बयान में क्या कहा है।

बता दें कि इस मामले में कानपुर पुलिस पीएफआई के एंगल से भी जांच कर रही है। कानपुर हिंसा में अब तक 50 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
कानपुर में 3 जून को परेड बाजार बंद कराने को लेकर दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए थे और इस दौरान सांप्रदायिक हिंसा और पत्थरबाजी की घटना हुई थी।
पीएफआई के महासचिव अनीस अहमद ने कहा है कि पिछले कुछ सालों से देश में कहीं पर भी सांप्रदायिक हिंसा की घटना होती है तो पीएफआई का नाम हिंसा से जोड़ने की कोशिश की जाती है।