अगर आतंकवाद के पास कोई एमबीए है तो जैश-ए-मुहम्मद का चीफ़ मसूद अज़हर उसका सबसे बेहतरीन ब्रांड है और चीन उसका सबसे बड़ा सेल्स मैनेजर। सामूहिक नरसंहार करने वाले हथियार (शख़्स) के लिए पाकिस्तान के दोगले हमबिस्तर चीन को ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। 50 साल का मसूद अज़हर भारतीय उपमहाद्वीप में आईएसआई का मौत का देवता है। लेकिन चीन उसे समृद्धि बढ़ाने वाले शख़्स के तौर पर देखता है जिसकी वजह से पाकिस्तान और उससे अलग उसके व्यावसायिक हितों की रक्षा करने में मदद मिलती है।