राजनीतिक एकीकरण की शब्दावली में पार्टियों के नारों से काडर और अनुयायियों में एकता बढ़ती है। पर इस चुनाव में वे क़त्ल, उन्माद और विभाजनकारी उत्तेजना जैसे शब्दों के हिस्सा बन गए हैं। उत्तर और पश्चिम भारत में ‘राम राम जी’ अभिवादन का सबसे आम और सबसे ग़ैर-सांप्रदायिक तरीका है। कई हिन्दू और सफ़ेद कपडे पहने मुसलमान कई बार एक दूसरे से हाथ नहीं मिला सकते, लेकिन एक-दूसरे को राम राम करते हैं।
विभाजनकारी नारों से लोकतंत्र नहीं होगा मजबूत
- सच्ची बात
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- 29 Mar, 2025

जब से भगवान का राजनीतिक स्वामित्व हुआ है, 'राम रामजी' का अभिवादन बहुमत सांस्कृतिक उत्पीड़न का प्रतीक बन चुका है। इसी तरह अलग-अलग राजनीतिक रैलियों और सामाजिक कार्यक्रमों में ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए जाते थे और यह कभी भी विभाजनकारी नहीं रहा है।