ऐसा लगता है कि चुनाव के बाद त्रिशंकु लोकसभा बनेगी। क्षेत्रीय नेता मई में राजसी पोशाक पहनने का दिवा स्वप्न देख रहे हैं। राजनीति का अंतिम फल सत्ता ही है। राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा पालने वाला हर नेता चाहे वह छोटा-मोटा हो या बहुत बड़ा, इंद्रप्रस्थ के चमचमाते सिंहासन को हथियाना चाहता है। अब जबकि चुनाव नतीजे आने में सिर्फ़ दो हफ़्ते बचे हैं, कई नेताओं ने ख़ुद को किंगमेकर की भूमिका के लिए तैयार कर लिया है।