उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की नाराज़गी और इस्तीफ़े की जोरदार चर्चा के बाद उत्तराखंड बीजेपी ने शायद डैमेज कंट्रोल कर लिया है।
उत्तराखंड में शुक्रवार रात को हुए एक अहम राजनीतिक घटनाक्रम में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। रावत के बारे में कहा जा रहा है कि वह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
नए पीआरओ नियुक्त किए जाने का आदेश 6 अगस्त को निकाला गया है। इनमें से तीन को मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त किया गया है। ये तीनों ही संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं जबकि जो बाक़ी तीन पीआरओ हैं, वे बीजेपी से जुड़े हुए हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए पुष्कर सिंह धामी ने शपथ भी नहीं ली थी कि पार्टी में ही विरोध के स्वर की ख़बरें आने लगी थीं। कई विधायकों के नाराज़ होने की ख़बरें हैं।
पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री होंगे। शनिवार को देहरादून में बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई और इसमें नए मुख्यमंत्री का चुनाव किया गया।
तीरथ सिंह रावत के उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर सियासी चर्चाओं और अटकलबाज़ियों का दौर जारी है।
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन तय माना जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाक़ात की है और थोड़ी देर बाद वह मीडिया से बात करेंगे।