महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार में फ़ैसले लेने में कांग्रेस की प्रमुख भूमिका नहीं है।
क्या महाराष्ट्र में एक बार फिर कोई बड़ा सियासी उलटफेर होने जा रहा है। बीते दो दिनों से महाराष्ट्र में चल रही ताबड़तोड़ बैठकों से राज्य का सियासी तापमान बढ़ गया है।
विधान परिषद चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र बीजेपी में विद्रोह के स्वर मुखर होने लगे हैं। वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने टिकट बंटवारे पर सवाल उठाए हैं।
महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के रवैये से जो राजनीतिक संकट खड़ा होता दिख रहा था, वह अब टल गया है। किसके इशारे पर चुनाव कराने को तैयार हुए राज्यपाल और चुनाव आयोग?
महाराष्ट्र विधानमंडल में अपने मनोनयन के प्रति राज्यपाल भगत सिंह कोश्यरी के रवैये को देखते हुए उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात को प्रधानमंत्री से फ़ोन पर बात की। उन्होंने महाराष्ट्र में राजनीतिक हालात के बारे में चर्चा की।
अलग-अलग विचारधाराओं वाली शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार महाराष्ट्र में कब तक टिक पाएगी? फडणवीस ने कहा था कि तीन पहियों वाली सरकार है और तीनों अलग-अलग दिशा में जाती है। शिवसेना और एनसीपी-कांग्रेस दो धुर-विरोधी कब तक साथ निभा पाएँगे? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
किसी भी सूरत में महाराष्ट्र में सरकार बनाने का बीजेपी का ख़्वाब आख़िरकार अधूरा रह गया। अजीत पवार से समर्थन लेकर सरकार बनाने के बीजेपी के फ़ैसले पर सवाल उठने लगे हैं।