किसी भी सूरत में महाराष्ट्र में सरकार बनाने का बीजेपी का ख़्वाब आख़िरकार अधूरा रह गया। इसके लिए पार्टी की महाराष्ट्र इकाई से लेकर केंद्रीय नेतृत्व ने पूरा जोर लगा दिया लेकिन सरकार फिर भी नहीं बन सकी। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के दरबार में भी हाजिरी लगाई लेकिन शिवसेना मुख्यमंत्री पद के बंटवारे की जिद पकड़कर बैठी रही और उसने विपरीत विचारधारा वाली पार्टियों कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बना ली।