किसी भी सूरत में महाराष्ट्र में सरकार बनाने का बीजेपी का ख़्वाब आख़िरकार अधूरा रह गया। इसके लिए पार्टी की महाराष्ट्र इकाई से लेकर केंद्रीय नेतृत्व ने पूरा जोर लगा दिया लेकिन सरकार फिर भी नहीं बन सकी। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के दरबार में भी हाजिरी लगाई लेकिन शिवसेना मुख्यमंत्री पद के बंटवारे की जिद पकड़कर बैठी रही और उसने विपरीत विचारधारा वाली पार्टियों कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बना ली।
अजीत पवार से समर्थन लेने पर बीजेपी नेता खडसे ने उठाए सवाल
- महाराष्ट्र
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- 27 Nov, 2019
किसी भी सूरत में महाराष्ट्र में सरकार बनाने का बीजेपी का ख़्वाब आख़िरकार अधूरा रह गया। अजीत पवार से समर्थन लेकर सरकार बनाने के बीजेपी के फ़ैसले पर सवाल उठने लगे हैं।

हर राज्य में बीजेपी की सरकार बनाने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए महाराष्ट्र में पार्टी ने वो काम कर दिया है जिसकी टीस उसे लंबे समय तक रहेगी। अपने इस क़दम के कारण उसकी छीछालेदार तो हुई ही पार्टी के भीतर भी उसके इस क़दम के ख़िलाफ़ आवाज उठने लगी है और यह क़दम है - एनसीपी के बाग़ी नेता अजीत पवार का समर्थन लेना।