ओडिशा में ट्रेन हादसे के लिए क्या कुछ तकनीकी गड़बड़ी ज़िम्मेदार है? क्या रेलवे बोर्ड ने कुछ हफ़्ते पहले एक 'खामी' की ओर ध्यान दिलाया था, वह ज़िम्मेदार तो नहीं?
ओडिशा रेलवे हादसे में सीबीआई जाँच पर कांग्रेस अध्यक्ष की आपत्ति करने और प्रधानमंत्री मोदी को ख़त लिखने के बाद आज सीबीआई ने जाँच शुरू कर दी। आख़िर सीबीआई कौन सी साज़िश ढूंढेगी?
ट्रेन हादसा का क्या हत्या, लूट जैसा किसी तरह का अपराध है? यदि नहीं तो सीबीआई जाँच क्यों? जानिए, कांग्रेस ने क्यों आरोप लगाया कि सीबीआई जाँच जवाबदेही से बचने की कोशिश है।
ओडिशा ट्रेन हादसे के लिए ज़िम्मेदार कौन है? इस सवाल का जवाब सब चाहते हैं। लेकिन क्या इसका जवाब यह हो सकता है कि रेल मंत्री रहते नीतीश, ममता और लालू के वक़्त कितने हादसे हुए थे?
ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर विपक्ष समेत तमाम लोग जो सवाल उठा रहे हैं, उनसे कहा जा रहा है कि यह राष्ट्रीय त्रासदी है। अभी सवाल उठाने का समय नहीं है। यानी इतनी बड़ी त्रासदी से जुड़े सवालों को टालने के लिए जिन बातों की आड़ ली जा रही है, वो भयावह हैं। स्तंभकार अपूर्वानंद की ओडिशा रेल हादसे पर खास टिप्पणीः
ओडिशा के बालासोर में जिस ट्रेन हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई और क़रीब 1000 लोग घायल हुए, उसकी सीबीआई जाँच क्यों? जानें रेल मंत्री क्या बोले।
रेलवे बोर्ड ने आज ओडिशा हादसे को लेकर तमाम बातें बताईं लेकिन यह भी कहा कि अभी ठोस कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। उसने यह भी कहा कि यह सिस्टम की विफलता नहीं है।
ओडिशा ट्रेन हादसे के लिए विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मोदी सरकार से कई सवाल पूछे हैं। जानिए, कांग्रेस ने इस हादसे की वजह क्या बताई है और किसको ज़िम्मेदार बताया है।
ओडिशा रेल हादसे में जांच और उसके बाद जिम्मेदारी ट्रांसफर करने का खेल शुरू हो गया है। जल्द ही कुछ अफसरों पर कार्रवाई होगी। रेल मंत्री ने रविवार को यह बात साफ कर दी है लेकिन रेल मंत्री रेलवे के उस सिस्टम की खामियां दूर करने को तैयार नहीं, जिसका पता फरवरी में चल गया था। फरवरी में जब यह बात पता चल गई थी तो अब तक मंत्रालय क्या सो रहा था।
भारत में रेल मंत्री कौन है, क्या कर रहा है? ये कोई नहीं जानता, क्योंकि नयी रेलों को हरी झंडी दिखाने का मौलिक अधिकार भी प्रधानमंत्री जी ने अपने पास रख लिया है। तो पीएम साहब सिर्फ हरी झंडी दिखाएंगे, बाकी काम रेल मंत्री और रेल कर्मचारियों को करना है। राकेश अचल की कलम से...
ओडिशा ट्रेन हादसे की शुरुआती रिपोर्ट आ गई है। उसमें कई सवाल है और सबसे खास सवाल यह उठाया गया है कि लूप लाइन जो मालगाड़ियों के लिए होती है, उसमें यात्री ट्रेन कैसे चली गई, जबकि सिग्नल मेन लाइन का दिया गया था। जानिएः
प्रधानमंत्री आज ओडिशा में घटनास्थल पर पहुंचे और उसके बाद उन्होंने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। कल शुक्रवार शाम को हुए इस हादसे में अभी तक करीब 261 लोगों के मरने और 900 लोगों के घायल होने की सूचना है। हालांकि सरकारी सूत्रों के हवाले से तमाम मीडिया रिपोर्ट में कहीं इससे ज्यादा लोगों के मरने की पुष्टि की गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने मरने वालों की तादाद 288 बताई है।