कानपुर में 7 साल पहले ट्रेन हादसा हुआ था और उसमें क़रीब डेढ़ सौल लोग मारे गए थे। एनआईए जाँच कराई गई। साज़िश का आरोप लगाया गया। साज़िश के ऐंगल ने पूरी डिबेट को ही अलग दिशा में मोड़ दिया। लेकिन उस एनआईए जाँच का क्या हुआ? क्या आपने सुना कि एनआईए चाँज की चार्जशीट भी कभी आई? कानपुर हादसे के छह साल बाद अब ओडिशा में हादसा हुआ है और 275 लोगों की मौत हो गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि रेलवे बोर्ड ने सीबीआई जाँच की सिफ़ारिश की है। तो इस जाँच का नतीजा क्या होगा?