क्या कश्मीर में बीजेपी का दाँव उलटा पड़ रहा है? कश्मीरी पंडित उसके ख़िलाफ़ आंदोलन क्यों कर रहे हैं? क्या जम्मू तबादला करने की उनकी माँग जायज़ है? क्या सरकार उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में नाकाम साबित हुई है? उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का रवैया उन्हें और भी भड़का रहा है?
केंद्र में कश्मीरी पंडितों के समर्थन वाली सरकार है। जम्मू कश्मीर में सारी बधाएं दूर करके केंद्र ने अपने एलजी मनोज सिन्हा को बैठा दिया है। इसके बावजूद राज्य में कश्मीरी पंडितों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। कुल मिलाकर जम्मू कश्मीर में केंद्र सरकार के सारे फॉर्म्युले नाकाम हो गए हैं।
बीते कुछ महीनों से कश्मीर घाटी में एक बार फिर कश्मीरी पंडित आतंकियों के निशाने पर हैं। बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडितों ने घाटी से पलायन किया है। घाटी से बाहर ट्रांसफर करने की मांग को लेकर भी वे लगातार आंदोलन कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल यानी आईएफएफआई के जूरी प्रमुख ने आख़िर 'द कश्मीर फाइल्स' को 'प्रोपेगेंडा और भद्दी' फिल्म क्यों बताया? आख़िर इस पर बार-बार विवाद क्यों हो रहा है? जानिए क्या है पूरा मामला।
पिछले कुछ महीनों से आतंकवादियों ने एक के बाद एक बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडितों और रोजी-रोटी कमाने के लिए दूसरे राज्यों से कश्मीर पहुंचे लोगों को मौत के घाट उतारा है।
कश्मीरी पंडितों की हत्याएँ क्यों नहीं रुक रही हैं? पिछले एक साल से टारगेट किलिंग के मामले बढ़े हैं और इसमें आप्रवासी लोगों के साथ ही कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया जा रहा है।
कश्मीरी पंडितों की बेहद ख़राब हालत के लिए ज़िम्मेदार कौन है? जानिए, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे पर प्रदर्शन में क्या-क्या आरोप लगाए।
कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों के मौजूदा हालात को लेकर शिवसेना ने बीजेपी पर क्यों हमला किया? जानिए उद्धव ठाकरे ने किस मुद्दे पर मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए।
कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद जो कश्मीरी पंडित घाटी में पीएम पैकेज पर नौकरी करने लौटे थे और कैंपों में रहना शुरू किया था, उनमें से अधिकांश वापस जम्मू लौट गए हैं। वे अब घाटी में नहीं रहना चाहते। घाटी में टारगेट किलिंग की वजह से उन्हें कश्मीर फिर छोड़ना पड़ रहा है। कुछ कश्मीरी पंडितों ने वहां नब्बे के दशक से बुरे हालात बताए हैं।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। जम्मू कश्मीर: सुब्रमण्यन स्वामी बोले- अमित शाह इस्तीफ़ा दें । रिपोर्ट्स : कश्मीरी पंडितों की पलायन की ख़बर, एयरपोर्ट बोला- ग़लत ।
कश्मीर घाटी ही नहीं जम्मू में भी हिंसा की घटनाएं अचानक बढ़ गई हैं। राहुल भट्ट से शुरू हुआ कांड अब कहां खत्म होगा? मोदी सरकार की कश्मीर नीति बुरी तरह फेल हो गई है? मोदी सरकार की कोई कश्मीर नीति है भी? आलोक जोशी के साथ सोहैैल बुखारी, अश्वनी कुमार, रोहिण कुमार और सुशील पंडित।
कश्मीर में गुरुवार को एक बैंक मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। एक दिन पहले एक शिक्षिका को मार दिया गया था। कश्मीरी पंडित निशाने पर हैं। आख़िर 2019 में अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद टारगेट किलिंग की घटनाएँ क्यों बढ़ीं?
कश्मीर के कुलगाम में आज एक 36 साल की कश्मीरी पंडित महिला टीचर की गोली मार हत्या कर दी गई। कश्मीर में ये खूनी खेल थमने का नाम क्यो नहीं ले रहा? कौन है जिम्मेदार?