कश्मीर में इन दिनों जो कुछ हो रहा है, उसे देखकर राजा और नौकर बंदर की कहानी याद आ जाती है। आपको याद होगा कि कैसे बंदर ने एक ज़िद्दी मक्खी पर, जो बार-बार उड़ाने पर भी राजा की नाक पर बैठ जाती थी, तलवार से वार कर दिया और इस चक्कर में राजा की नाक ही लहूलुहान हो गई।
370 पर बीजेपी की ज़िद के चलते पंडित हुए शहीद!
- विचार
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- 2 Jun, 2022

कश्मीर में इन दिनों जो टार्गेट किलिंग हो रही हैं, वह एक नया ट्रेंड है और इसके पीछे है अगस्त 2019 का वह फ़ैसला जिसके तहत अनुच्छेद 370 को निष्क्रिय कर दिया गया था। उस फ़ैसले का दंड भोग रहे हैं आज कश्मीरी पंडित...
केंद्र की मोदी सरकार ने भी कश्मीर के साथ वही काम किया है। उसने वहाँ आतंकवाद और अलगाववाद की ज़िद्दी मक्खी को उड़ाने के चक्कर में अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 की तलवार चला दी और उसका नतीजा यह हो रहा है कि 'जिन लोगों के हित में’ सरकार ने यह काम किया था, उन्हीं का कश्मीर की सड़कों पर ख़ून बह रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार अगस्त 2019 के बाद अब तक कश्मीर में 17 पंडित अपनी जान गँवा चुके हैं। यही नहीं, बीजेपी के 15-20 नेता और कार्यकर्ता भी आतंकवादियों के हमलों में मारे गए हैं।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश