हिजाब पर रोक के खिलाफ दी गई नई अर्जी को तत्काल सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को कहा कि वो तीन जजों की बेंच गठित करेंगे।
कर्नाटक की शिक्षण संस्थाओं में हिजाब पर रोक लगाने जैसा मामला यूपी के मुराबाद में हुआ है। कॉलेज ने हिजाब पहनकर आने वाली छात्राओं को कॉलेज गेट पर रोक दिया। इस पर काफी हंगामा हुआ, छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के खिलाफ प्रदर्शन किया।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । जस्टिस धूलिया : हिजाब उतारने के लिए कहना निजता और गरिमा पर हमला। इटालिया : ये पाटीदारों से चिढ़ते हैं, उनसे नफ़रत करते हैं
कर्नाटक के शिक्षण संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को लेकर शीर्ष अदालत के जजों की अलग-अलग राय सामने आई है। जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस सुधांशु धूलिया की बेंच ने अपना फैसला सुनाया।
सुप्रीम कोर्ट में दस दिनों की सुनवाई के बाद गुरुवार को हिजाब पर फैसला सुरक्षित रख लिया गया। अंतिम दिन याचिकाकर्ताओं के वकील दुष्यंत दवे, हुजैफा अहमदी और देवदत्त कामत ने कर्नाटक सरकार के तर्कों का जवाब दिया।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब पर सुनवाई 9वें दिन जारी रही। बुधवार को जस्टिस धूलिया ने फिर कई सवाल पूछे, वहीं जस्टिस हेमंत गुप्ता ने कई कहानियां सुनाईं और बताने की कोशिश की कि बहुत सारी मुस्लिम महिलाएं हिजाब नहीं पहनती हैं।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब पर 8वें दिन सुनवाई जारी रही। मंगलवार 20 सितंबर को मुख्य रूप से कर्नाटक सरकार की ओर से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने बहस की। उन्होंने यह भी दावा किया कि 2021 तक मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनकर कॉलेज नहीं आती थीं। पीएफआई जैसे संगठन ने इसके लिए आंदोलन डिजाइन किया था।
सुप्रीम कोर्ट में हिजाब पर बहस जारी है। सुनवाई का सोमवार 19 सितंबर को सातवां दिन था। सीनियर वकील दुष्यंत दवे ने देश की बहुसंस्कृति को लेकर जोरदार बहस की। सुनवाई मंगलवार को भी जारी रहेगी।
हिजाब पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार 8 सितंबर को सिख और इस्लाम पर जमकर बहस हुई। जस्टिस हेमंत गुप्ता ने वकीलों के कई तर्कों को मानने से इनकार किया। मानले की सुनवाई अभी जारी है। अगली सुनवाई सोमवार को होगी। चुन्नी और हिजाब पर दोनों तरफ के तर्क को जरुर जानिए।