हिजाब पर सुप्रीम कोर्ट में सातवें दिन बहस जारी रही। सीनियर वकील दुष्यंत दवे ने सोमवार 19 सितंबर को हिजाब के समर्थन में कई तर्क पेश किए। उन्होंने भारत को कई संस्कृतियों वाला देश बताते हुए, संविधान का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि संविधान के बिना हम कहीं के नहीं रहेंगे। लाइव लॉ के मुताबिक उन्होंने कहा कि कोई बताए कि मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनने से उसकी भावनाएं भड़की हों। पहले तो सारा विवाद लव जिहाद पर था। अब शिक्षण संस्थाओं में मुस्लिम लड़कियों के हिजाब को मुद्दा बनाया जा रहा है। यह किसी समुदाय को हाशिए पर ढकेलने का एक पैटर्न है।