भारतीय डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म 'द एलीफ़ेंट व्हिसपरर्स' ने ऑस्कर अवॉर्ड हासिल कर इतिहास रच दिया। तो क्या भारत में डॉक्यूमेंट्री का पुनरुत्थान शुरू हो रहा है?
हिन्दी सिनेमा का जाना-माना नाम कल रविवार को हमसे बिछड़ गया। शरद दत्त का जाना सिनेमाई पत्रकारिता के एक स्तंभ का जाना है। पत्रकार अमरीक ने शरद दत्त की जिन्दगी के अनछुए पहलुओं को देखने की कोशिश की है।
आख़िर बीबीसी की फिल्म को रुकवाने से किसको फ़ायदा होगा ? इस फिल्म में एक भी तथ्य नया नहीं है ? एक भी ऐसी चीज नहीं है जो लोगों को पता न हो ? जब सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मोदी को मिल चुकी है तो फिर डर काहे का ? आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद अग्निहोत्री, अरविंद सिंह और पंकज श्रीवास्तव ।
यूट्यूब और ट्विटर को साफ
तौर पर निर्देशित किया गया है कि वह देखे कि कोई चैनल इसे दोबारा अपलोड न करे।
इसको रोकने के उपाय भी करे जिससे कोई और ऐसा न कर पाए।