गला और उससे निकलती आवाज की बुलंदी जिस शख्स की शिनाख्त थी; उसे गले के कैंसर ने ही निगल लिया। 77 साल के शरद दत्त का 12 फरवरी को फानी दुनिया से कूच कर जाना दरअसल हिंदी की सिनेमा हॉल सांस्कृतिक पत्रकारिता के एक स्तंभ का ढह जाना है। लिखित और मौखिक अल्फाज के जरिए उन्होंने बहुत कुछ ऐसा कहा और सुनाया, जो अब तवारीख का हिस्सा बन गया।
शरद दत्त: सिनेमा और सांस्कृतिक पत्रकारिता के एक युग का अंत
- श्रद्धांजलि
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- 13 Feb, 2023

हिन्दी सिनेमा का जाना-माना नाम कल रविवार को हमसे बिछड़ गया। शरद दत्त का जाना सिनेमाई पत्रकारिता के एक स्तंभ का जाना है। पत्रकार अमरीक ने शरद दत्त की जिन्दगी के अनछुए पहलुओं को देखने की कोशिश की है।