कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित करती रही और हवाई जहाज में यात्रा करने जैसी कई जगहों पर वैक्सीन को ज़रूरी करने वाली सरकार ने आख़िर क्यों कहा कि वह वैक्सीन से हुई मौत के मुआवजे के लिए ज़िम्मेदार नहीं है?
दिल्ली समेत 7 राज्यों में कोरोना बढ़ रहा है। मुंबई में पिछले 24 घंटों में 9 मौते हुई हैं। पिछले हफ्ते के मामले ज्यादा बढ़ोतरी हो रही है। सरकार ने इस पर चिन्ता जताते हुए एडवाइजरी जारी की है। जानिए क्या - क्या सलाह दी गई है।
कोविशील्ड और कोवैक्सीन अब प्राइवेट अस्पतालों में सस्ते दामों पर मिलेगी। दोनों कंपनियों ने आज यह घोषणा की है। दोनों वैक्सीनों की कीमत आधे से भी कम रेट पर आ गई है।
निश्चित रूप से 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों की सुरक्षा की दिशा में यह एक बड़ा क़दम होगा। क्योंकि बच्चों को वैक्सीन न लगने के कारण उनके संक्रमित होने का ख़तरा ज़्यादा था।
इन दिनों 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगा रही है। अब 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों को भी वैक्सीन लगेगी तो वे कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित हो जाएंगे।
निश्चित रूप से कोरोना संक्रमण से बच्चों की सुरक्षा की दिशा में यह एक बड़ा क़दम होगा। क्योंकि बच्चों को वैक्सीन न लगने के कारण उनके संक्रमित होने का ख़तरा ज़्यादा था।
निश्चित रूप से कोरोना से बच्चों की सुरक्षा की दिशा में यह एक बड़ा क़दम होगा। क्योंकि बच्चों को वैक्सीन न लगने के कारण उनके संक्रमित होने का ख़तरा ज़्यादा था।
पंजाब सरकार ने क्यों कहा है कि जो सरकारी कर्मचारी कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट नहीं देंगे, उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा? क्या दूसरी सरकारें भी ऐसा कर सकती हैं?