बिहार में जहाँ 16 सितंबर को क़रीब 86 हज़ार टीके लगाए गए वहीं एक दिन बाद प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर 33 लाख से ज़्यादा टीके कैसे लग गए? या फिर उसके एक दिन बाद क़रीब दो लाख और दूसरे दिन डेढ़ लाख से भी कम क्यों खुराक लगाई गई? इस बीच मध्य प्रदेश में तो रिकॉर्ड टीकाकरण के दिन ऐसी गड़बड़ी भी सामने आई थी कि जिनकी मौत कोरोना से 4 महीने पहले भी हो गई थी उनको टीका लगाया हुआ बता दिया गया था।
जानिए प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर बिहार में रिकॉर्ड टीके कैसे लगे!
- बिहार
- |
- 24 Sep, 2021
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर बिहार में रिकॉर्ड 33 लाख से ज़्यादा टीके लग गए। इस दिन इतना ज़्यादा किसी राज्य में नहीं लगा। आख़िर राज्य में यह सब कैसे संभव हो पाया?

दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर जब पूरे देश में रिकॉर्ड 2.5 करोड़े टीके लगाए जाने के दावे किए गए उस दिन बिहार में भी रिकॉर्ड बना। को-विन वेबसाइट के अनुसार उस दिन रिकॉर्ड 33 लाख से ज़्यादा टीके लगाए गए। तब देश के सभी राज्यों में बिहार नंबर एक पर रहा। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी क़रीब 29-29 लाख टीके ही लगाए जा सके। आख़िर यह सब कैसे हुआ?