ऐसे समय में जब टीके का विरोध बगैर किसी औचित्य के किया जा रहा है, यह कहावत बिल्कुल सही है कि 'रोकथाम उपचार से बेहतर है'। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह चुनाव वाले राज्यों में चुनाव के काम में व्यस्त हैं और बाबू व टेक्नोक्रेट एकीकृत टीका नीति तैयार करने को लेकर अनिच्छुक हैं। वे प्रधानमंत्री के पास भरोसेमंद समाधान के लिए किसी तरह का शोध या अध्ययन भी ले जाने को तैयार नहीं हैं।