बिहार की राजनीति में उठापटक का नया दौर शुरू हो गया है। जेडीयू में उपेंद्र कुशवाहा ने बगावत का झंडा उठा लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किस तरह इसका सामना कर रहे हैं, जानिएः
देश का राजनीतिक परिदृश्य इतनी तेजी से बदलेगा, इसका अंदाजा बीजेपी को भी नहीं था। नीतीश ने बुधवार को बीजेपी को खुली चुनौती दे दी कि 2024 में जीत कर दिखाओ? नीतीश के इस बयान के बहुत गहरे अर्थ हैं। इसी के साथ नीतीश ने खुद को विपक्ष के संभावित पीएम प्रत्याशी के रूप में स्थापित कर लिया है। हालांकि उन्होंने खुद इसका खंडन भी किया है। नीतीश के बयान और राजनीतिक परिस्थितियों का विश्लेषण पढ़िए सत्य हिन्दी पर।
जेडीयू के एनडीए कैंप से निकलने के बाद नजरें अब राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पर हैं। हरिवंश की राजनीति, बिहार की राजनीति से जुड़ी है। बिहार की राजनीति देश की आगामी राजनीति से जुड़ी है। समझिए इस महत्वपूर्ण गुत्थी को।
बिहार में बीजेपी और जेडीयू की खटास बढ़ती जा रही है। हद तो यह है कि गठबंधन के दोनों दल अब अपनी-अपनी सीटों पर तैयारी के दावे तक करने लगे हैं। अभी गृह मंत्री अमित शाह पटना आए तो उनसे जेडीयू के किसी महत्वपूर्ण नेता ने मुलाकात तक नहीं की, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना की वजह से किसी से नहीं मिल रहे हैं।
जेडीयू के कद्दावर नेताओं में शुमार केंद्रीय मंत्री और पूर्व आईएएस आरसीपी सिंह का राज्यसभा में जाने का रास्ता जेडीयू ने रोक दिया है। रविवार को की गई घोषणा में उनकी जगह अब खीरू महतो राज्यसभा जाएंगे। इस घटनाक्रम से आरसीपी सिंह का केंद्र में मंत्री बने रहना मुश्किल होगा। एक ही तरीके से वो इस पद पर बने रहते हैं, अगर बीजेपी उनको अपने किसी कोटे से राज्यसभा में ले आए। फिलहाल नीतीश ने जेडीयू में आरसीपी सिंह की राजनीति को खत्म कर दिया है।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बिहार बीजेपी चीफ़ की नीतीश की पार्टी को चेतावानी- मर्यादा में रहें। यूएई में संभावित ड्रोन हमले के विस्फोट में 2 भारतीय मारे गए
नीतीश और उनकी पार्टी बीजेपी से दूरी क्यों बढ़ा रहे हैं? क्या नीतीश बीजेपी से अलग होने की तैयारी कर रहे हैं? क्या वे राष्ट्रीय राजनीति में विकल्प तलाशने में जुट गए हैं? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-निवेदिता, सतीश के सिंह, ओंकारेश्वर पांडे, अनिल सिन्हा, रविरंजन
14 जनवरी के बाद कभी भी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। कैबिनेट के विस्तार में बिहार से सुशील मोदी के अलावा चिराग पासवान को मंत्री बनाए जाने की प्रबल संभावना है।
पटना में जनता दल यूनाइटेड की दो दिनों की बैठक के बाद नीतीश कुमार का जो बयान सामने आया है उसमें अरुणाचल प्रदेश की घटना का दर्द साफ़ झलक रहा है। क्या बिहार की राजनीति में कुछ नया होने वाला है?
क्या बिहार बीजेपी के प्रभारी भूपेंद्र यादव सुपर सीएम के रोल में आ गये हैं और नीतीश कुमार को लगभग हर फ़ैसले के लिए उनकी ‘हां’ या हरी झंडी का इंतजार करना पड़ रहा है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी न्यूज़ बुलेटिन।मोदी के जन्मदिन पर ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा राष्ट्रीय बेरोज़गारी दिवस।चिराग: जदयू से अधिक सीटों पर लड़े बीजेपी
बिहार में चुनाव सामने है और आरजेडी के तमाम सियासी हमलों के बीच सवाल पूछा जा रहा है कि क्या नीतीश के नेतृत्व में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन सत्ता में वापसी कर पाएगा?