आख़िर हिमंत बिस्व सरमा का असम का मुख्यमंत्री बनना सुनिश्चित हो गया है। चुनाव अभियान शुरू होने के समय से ही इसके साफ़ संकेत मिल रहे थे। क्या वह चुनौतियों से निपट पाएँगे?
हिमंत बिस्व सरमा ने सोमवार को असम के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। सरमा राज्य के 15 वें मुख्यमंत्री हैं। शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।
असम में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने फिर से जीत हासिल की है, मगर उसकी जीत का रहस्य क्या है। बीजेपी के नेता दावा कर रहे हैं कि उन्होंने विकास किया है, लोगों ने उसके लिए उसे दोबारा सत्ता सौंपी है, लेकिन क्या इसमें सचाई है?
चुनाव नतीजे बताएंगे कि असम में हिंदुत्व की राजनीति का भविष्य क्या है और उसके बरक्स असमिया अस्मिता एवं संस्कृति की रक्षा के लिए की जाने वाली राजनीति का दौर ख़त्म हो गया है या फिर लौटेगा।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। असम में चुनाव के नतीजों से पहले ही कांग्रेस गठबंधन ने अपने विधायकों को टूटने बचाने के लिए कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों को जयपुर के रिसॉर्ट लाया गया है
सोमवार को असम और बंगाल में मतदाता बड़ी संख्या में घरों से निकले और बंपर मतदान किया। असम में आज तीसरे और अंतिम चरण का मतदान था जबकि बंगाल में अभी पांच चरण का मतदान बाक़ी है।
असम में हुआ भारी मतदान क्या व्यवस्था- विरोधी वोट है यानी कि अधिक मतदान इसलिए हुआ कि लोगों में मौजूदा सरकार के प्रति गुस्सा है? अभी कुछ भी कहना मुश्किल है, लेकिन भारी मतदान और चुनाव-पूर्व सर्वेक्षणों के आधार पर एक मोटा अनुमान लगाया जा सकता है।
असम में बीजेपी के मंत्री पत्रकार को क्यों धमका रहे हैं? असम में धर्म निरपेक्षता पर क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट-
बीजेपी का मुस्लिम विरोधी चुनाव प्रचार ! उसे ग़द्दार और पाकिस्तान परस्त साबित करने की कोशिश ? क्या करे मुसलमान ? आशुतोष के साथ चर्चा में राहुल देव, ज़फ़र सरेसवाला, रिज़वान कैसर, अभय दुबे, विनोद अग्निहोत्री और विजय त्रिवेदी ।
चुनाव आयोग ने असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत विस्व सर्मा को राहत देते हुए चुनाव प्रचार पर लगी रोक 48 घंटे से घटा कर 24 घंटे कर दी है। विस्व सर्मा शनिवार शाम से ही चुनाव प्रचार कर सकेंगे।