पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के द्वारा आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र की इजाजत न देने के कारण पंजाब का सियासी माहौल गर्म हो गया है। आम आदमी पार्टी सरकार के द्वारा विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए विश्वास प्रस्ताव लाया गया था और राज्यपाल ने 20 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की इजाजत भी दे दी थी। लेकिन बुधवार को एक पत्र जारी कर उन्होंने इसे वापस ले लिया।
पंजाब: विधानसभा के विशेष सत्र की इजाजत रद्द, आप हमलावर
- पंजाब
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- 22 Sep, 2022
क्या है यह पूरा मामला और पंजाब सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र क्यों बुलाया था। बीजेपी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने राज्यपाल के फैसले पर क्या कहा?

इसे लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पार्टी की पंजाब इकाई सहित तमाम बड़े नेताओं ने लोकतंत्र खत्म होने की बात कही है। जबकि बीजेपी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने राज्यपाल के फैसले का स्वागत किया है।
ऑपरेशन लोटस
बताना होगा कि कुछ दिन पहले पंजाब में आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी के नेताओं ने उसके विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की और इस दौरान उसके विधायकों को बीजेपी के साथ आने के लिए 25-25 करोड़ रुपए का ऑफर दिया गया। पंजाब सरकार के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, उच्च शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर, शहरी विकास मंत्री अमन अरोड़ा, दिल्ली के विधायक सौरभ भारद्वाज, आतिशी मार्लेना ने ऑपरेशन लोटस को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेन्स की थी और बीजेपी पर हमला बोला था।