नागरिकता क़ानून, एनआरसी जैसे मुद्दों को लेकर ट्विटर पर पोल करने और फिर उस पोल को डिलीट करने पर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या पोल के परिणाम नागरिकता क़ानून या एनआरसी के पक्ष में नहीं आए इसलिए इन्हें डिलीट किया जा रहा है? क्या इन पोल के नतीजे पक्ष में आते दिखते तो इन्हें किस तरह पेश किया जाता?
नागरिकता क़ानून के विरोध में वोट हुआ तो ट्विटर पोल ही डिलीट कर दिया!
- सोशल मीडिया
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- 31 Dec, 2019

नागरिकता क़ानून, एनआरसी जैसे मुद्दों को लेकर ट्विटर पर पोल करने और फिर उस पोल को डिलीट करने पर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। पोल क्यों डिलीट किये जा रहे हैं?
ऐसा ही एक पोल ईशा फ़ाउंडेशन ने ट्विटर पर शुरू किया था। फ़ाउंडेशन ने इसमें पूछा था, 'क्या आपको लगता है कि CAA और NRC के ख़िलाफ़ प्रदर्शन ठीक है?'
ट्वीट के डिलीट किए जाने से पहले जब स्क्रीनशॉट लिया गया था तब तक 62 फ़ीसदी लोगों ने प्रदर्शन को ठीक माना और सिर्फ़ 38 फ़ीसदी लोगों ने इसे ठीक नहीं माना था।