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आरोपी चेतन सिंह।

ट्रेन शूटिंग: चेतन सिंह के 'कारनामे' के लिए मोदी-योगी निशाने पर क्यों?

जयपुर मुंबई एक्सप्रेस में चार लोगों की हत्या करने के बाद आरोपी चेतन सिंह का एक वीडियो वायरल है। उस वीडियो में देखा जा सकता है कि वह कोच में मौजूद लोगों को धमकाता हुआ नज़र आ रहा है। ट्रेन में वह लोगों से कह रहा है कि हिंदुस्तान में रहना है तो सिर्फ योगी और मोदी। इस घटना और वीडियो को लेकर लोग तरह-तरह के सवाल कर रहे हैं। राजनीतिक दलों के नेता भी सवाल उठा रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि ऐसा लोगों के दिमाग में नफ़रत भरे जाने की वजह से है।

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है, 'ये जो दिन रात टीवी चैनल पर, वाट्सऐप पर और सोशल मीडिया पर नफ़रत परोसी जाती है - उसने लोगों को हैवान और राक्षस बना दिया है। क्या हाल कर दिया है इस देश का मोदी और योगी जैसों की नफ़रत ने?' चार लोगों की हत्या के आरोपी के वीडियो बयान को लेकर कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला किया।

इस घटना को लेकर जारी एक लंबे-चौड़े बयान में श्रीनेत कहती हैं, "गोली मारने के बाद उसके शव के सामने खड़े हो कर कांस्टेबल चेतन सिंह को ये कहते सुना गया 'पाकिस्तान से ऑपरेट हुए हैं, तुम्हारा मीडिया, यहीं देश का मीडिया ये खबरें दिखा रहा है, पता चल रहा है उनको, सब पता चल रहा है, इनके आका हैं वहां। अगर हिंदुस्तान में रहना है, तो सिर्फ़ मोदी और योगी हैं'।

कांग्रेस नेता की यह प्रतिक्रिया उस मामले में आई है जिसमें सोमवार सुबह करीब 5 बजे जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में हुई फायरिंग में 4 लोगों की हत्या कर दी गई। आरोप है कि आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह ने अपनी बंदूक से इन चारों को गोली मार दी। मरने वालों में आरपीएफ का एक एएसआई टीकाराम मीणा और तीन अन्य यात्री मुस्लिम हैं। हत्या के बाद अब इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आरोपी चेतन सिंह हाथ में बंदूक लेकर यात्रियों को धमकाता नजर आ रहा है। वीडियो में उसके पैरों के पास एक यात्री का शव भी पड़ा दिख रहा है। 

जयपुर से मुंबई की ओर जा रही एक्सप्रेस के तीन कोच में फायरिंग की यह घटना हुई। इस वीडियो में दिख रहा है कि घटना के बाद चेतन सिंह ने कोच में मौजूद अन्य यात्रियों को धमकाया। किसी यात्री ने घटना का वीडियो बना लिया। इसमें दिख रहा है कि आरोपी चेतन उलटी दिशा की ओर मुंह करके खड़ा है और उसके हाथ में बंदूक है।'
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इस घटना के वायरल वीडियो के बाद इससे जुड़ी एक ख़बर के स्क्रीनशॉट को साझा करते हुए कांग्रेस नेता डॉ. रागिनी नायक ने लिखा है कि "सर्व धर्म समभाव के लिए प्राण देते हुए बापू के मुँह पर ‘राम’ का नाम था ! नफ़रत और घृणा से जान लेते हुए चेतन सिंह की ज़ुबान पर ‘मोदी’ और ‘योगी’ का नाम था !!!"
मनोज कुमार झा ने कहा है, 'चेतन सिंह नाम के आरपीएफ़ जवान ने जयपुर-मुंबई ट्रेन में चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया। मृतकों में तीन मुस्लिम और एक आदिवासी समुदाय के साथी हैं। हो सकता है कल से चेतन सिंह को मानसिक रूप से अस्थिर/बीमार बताया जाए। यकीन मानिए यह मानसिक रोग अब हमारे समाज में व्यापक रूप से पसर गया है।'

प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट मंजुल ने भी इस घटना को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, 'मोदी जी के दस साल की उपलब्धि है चेतन सिंह। भाजपा मेनिफेस्टो में भले ही जिक्र न करे पर आईटी सेल इसे जम कर वाट्सऐप पर भुनायेगा। वायरल वीडियो वैसे भी वोट देने की अपील ही तो है।'

बता दें इस घटना के आरोपी चेतन सिंह को कुछ लोग मानसिक बीमार बता रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि इसके पीछे कोई नफ़रत नहीं है। हालाँकि, कुल लोग यह तर्क रख रहे हैं कि मानसिक रूप से बीमार को ड्यूटी पर क्यों भेजा गया था और उसके हाथ में बंदूक क्यों थमाई गई थी। 

कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि शुरुआती जाँच में आरोपी चेतन को ग़ुस्सैल प्रवृत्ति का बताया जा रहा है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, आरपीएफ (पश्चिमी रेलवे) के महानिरीक्षक प्रवीण सिन्हा ने कहा कि "वह काफी गुस्सैल स्वभाव का था। चेतन सिंह के साथ मृतकों का कोई विवाद नहीं था। उसने बस अपना आपा खो दिया और अपने वरिष्ठ को गोली मार दी। इसके बाद उसने जिसे भी देखा उसके ऊपर गोली चला दी।" हालाँकि कुछ लोग तर्क रख रहे हैं कि उसने अलग-अलग डिब्बों में एक खास समुदाय के लोगों को चुन-चुन कर मारा है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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