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फ़ोटो साभार: ट्विटर/वरुण गांधी

इसी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पीएम मोदी ने 5 दिन पहले किया था...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब 16 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेस का उद्घाटन कर रहे थे तो 'विकास की गाथाओं' के बखान से अख़बार अटे पड़े थे। सोशल मीडिया पर एक्सप्रेसवे की एक से एक चमकदार तसवीरें डाली गई थीं। ड्रोन से शानदार वीडियो बनाए गए। लेकिन इसी हाईवे की सोशल मीडिया पर ऐसी तसवीरें और वीडियो साझा किए गए हैं जो पाँच दिनों पहले साझा की गई चमचमाती तसवीरों को धुमिल करती हैं।

दरअसल, उस एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता की पोल खुल गई है। 16 जुलाई को उद्घाटन हुआ था और पाँच दिन में ही सोशल मीडिया पर हाईवे के टूटने की तसवीरें आने लगीं। सरकारी अफसरों ने एक्सप्रेसवे को पूरी गुणवत्ता के साथ रिकॉर्ड समय में पूरा करने का दावा किया था। ट्विटर पर लोगों ने इसी दावे पर तंज कसे हैं। सपा नेता अखिलेश यादव ने तंज कसा है, ' ये हैं भाजपा के तथाकथित नवीनतम विकास के नवीनतम खंडहर!... कारवाँ ठहर गया… वो सरकारें तोड़ते रहे…।'

एक्सप्रेसवे का यह हाल बुधवार की बारिश के बाद हुआ। एक रिपोर्ट में कहा गया कि जालौन के छिरिया सलेमपुर से निकलते ही एक्सप्रेस-वे कई किलोमीटर तक सड़क धँसी मिली। रिपोर्टों में कहा गया है कि एक्सप्रेसवे पर गड्ढे इतने बड़े-बड़े थे कि गाड़ियाँ दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। अंधेरे में लोगों को गड्‌ढे नजर नहीं आए और एक एक-कर हादसे होते रहे। बाद में एक्सप्रेसवे पर कई जगहों पर यातायात रोक दिया गया।

बता दें कि चित्रकूट से इटावा तक क़रीब 296 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है। इसको 14800 करोड़ की लागत से बनाया गया है। रिकॉर्ड 28 महीने में एक्सप्रेसवे को तैयार कर दिया गया, जबकि इसे 36 महीने में तैयार करने का लक्ष्य था।

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बीजेपी नेता वरुण गांधी ने ही ट्वीट कर एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि 15 हज़ार करोड़ की सड़क बरसात के पाँच दिन भी न झेल सके तो सवाल तो खड़ा होता है। 
अशोक स्वेन ने एक वीडियो को साझा करते हुए ट्वीट किया है, '4 दिनों के बाद भारत में एक राजमार्ग का उद्घाटन इसके प्रिय नेता द्वारा किया गया!'
एक पत्रकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के धंसे हुए हिस्से की तसवीर को साझा करते हुए लिखा है कि एक्सप्रेस का कल रात का सीन। 

गोज़ीला नाम के एक यूज़र ने वीडियो को ट्वीट किया है। 

रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने कहा है, 'क्या पता बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को फाड़ कर भी कोई दिव्य प्रतिमा निकली हो? अगर ऐसा सामने आए तो शायद मीडिया इस विषय में रुचि लेगा।'
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क़मर वहीद नक़वी
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